... By Sujatha Fernandes
Analyzes governance and the politics of artistic production in Cuba. Combining analyses of films, rap songs, and insights into the nation's history and political economy, this work details forms of engagement with official institutions that have opened up as a result of changing relationships between state and society in the post-Soviet period.
स्वप्नदर्शी, पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूं। शायद मैं सुजाता को काफी पहले से जानता हूं। मेरे ख्याल से ये भारतीय मूल की हैं और ऑस्ट्रेलिया में रहती हैं। लखनऊ में इनसे मुलाकात हुई थी और इनके हाथ की बनी हुई मीट और आलू की एक ऑस्ट्रेलियन डिश भी मैंने खाई थी- अगर ये वही सुजाता हैं तो। नहीं हैं तो सॉरी। आपकी सारी पोस्ट्स आज ही पढ़ी। कुछ तो बहुत अच्छी हैं। अगर आपको लिखने में अभी वाया ट्रांस्क्रिप्शन रोमन से हिंदी में आना पड़ रहा है तो विंडोज-98 या 2000 की सीडी में हिंदी का सॉफ्टवेयर है, उसे लोड कर लें, फिर लिखने में बड़ी आसानी हो जाएगी। वहां हार्वर्ड में अमिताभ कुमार मेरे दोस्त हैं, जिनका ब्लॉग लिंक आपने दे रखा है। अगर उनसे आपकी मुलाकात अबतक न हो तो मिलने का प्रयास करें, आपको अच्छा लगेगा।
ReplyDeleteचन्द्रभूषण !
ReplyDeleteये वही सुजाता है और १९९८ से अमेरिका मे है। फिलहाल ये भी न्यू यार्क मे है। सुजाता लखनऊ १९९५-९६ मे मेरे साथ ही रहती थी। उनकी Ph.D क्यूबा पर थी और इसी सिलसिले मे क्यूबा मे उनका कई बार जाना हुआ। ये पुस्तक कुछ उन्ही अनुभवों पर आधारित है। आपका धन्यवाद हिन्दी टूल के लिए। X-mas के आसपास ब्लोग पर फिर से ध्यान दूँगी। फिलहाल बड़ी बंदिशे है। अमितवा से मेरी व्यक्तिगत जान पहचान नही है, पर बोस्टन जाना हुआ तो मिलने की कोशिश करूंगी.